ज्योतिषशास्त्र में शुक्र को समृद्धि और भौतिक सुख का कारक ग्रह माना गया है। शुक्र के प्रभाव से जीवन में अनेक प्रकार की सुख-सुविधाओं की बढ़ोतरी होती है और व्यक्ति अपने जीवन में राज योग भोगता है। इनके अनुकूल होने से व्यक्ति जीवन में लगभग सभी भौतिक सुखों को प्राप्त करता है और उसके जीवन में तरक्की आती है।
उसकी पर्सनैलिटी में आकर्षण रहता है और लोग उसकी ओर खिंचे चले जाते हैं। ऐसा व्यक्ति सभी का दिल जीतने में कामयाब रहता है और उसी के आधार पर उसको जीवन में प्रगति मिलती है। यदि किसी की कुंडली में शुक्र की स्थिति मजबूत हो तो, इससे व्यक्ति को वैवाहिक और प्रेम जीवन में सफलता एवं जीवन में भौतिक सुख और सभी इच्छाओं की पूर्ति होती है।
दूसरी तरफ यदि कुंडली में शुक्र की स्थिति कमजोर हो तो व्यक्ति जीवन में आने वाले विभिन्न सुखों से अछूता रहता है, प्रेम संबंधों में बाधा आती है। भौतिक सुखों में कमी, वैवाहिक जीवन में तनाव, सुख समृद्धि में बाधा आदि। शुक्र के हानिकारक प्रभाव से जीवन में विभिन्न सुखों में कमी आ सकती है।
तुला और वृष राशि के स्वामी शुक्र ग्रह 11 दिसंबर 2020, शुक्रवार को प्रातः 05 बजकर 17 मिनट पर वृश्चिक राशि में गोचर करेगा और 04 जनवरी 2021, सोमवार को प्रातः 05 बजकर 03 मिनट तक इसी राशि में स्थित रहेगा, इस दौरान शुक्र के गोचर से सभी राशियां प्रभावित होने वाली हैं, आईये अब जानते हैं कि शुक्र के वृश्चिक राशि में गोचर का सभी राशियों के लोगों पर कैसा प्रभाव होने वाला है।
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मेष राशि (Aries)
शुक्र आपकी राशि के आठवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। यह समय आपके लिये अतिरिक्त रूप से सावधान रहने का है। शुक्र के इस भाव में गोचर करने के कारण आपके खर्चों में अचानक से बढ़ोतरी होगी और आप गुप्त तरीकों से भी धन खर्च करना पसंद करेंगे। भाग्य में इस दौरान कुछ कमज़ोरी देखने को मिलेगी जिसकी वजह से आपके कामों में कुछ रुकावट आ सकती है। इस गोचर के प्रभाव से व्यापार में कुछ उतार-चढ़ाव की स्थितियां बनेंगी, जिनकी वजह से आपकी चिंताएं बढ़ सकती हैं। शुक्र के इस गोचर की अवधि में आपको कहीं भी धन निवेश करने से बचना चाहिए क्योंकि उसमें नुकसान होने की संभावना अधिक रहेगी। अधिक प्रयास करने से आंशिक तौर पर धन लाभ होने के योग बनेंगे।
वृषभ राशि (Taurus)
वृषभ राशि के जातकों के लिए शुक्र आपकी राशि से सातवें भाव में गोचर करेंगे। इस गोचर के प्रभाव से आपके दांपत्य जीवन में अधिक प्रेम और मधुरता आएगी। आपके जीवनसाथी के साथ अंतरंग संबंधों की वृद्धि होगी। लेकिन एक बात का ध्यान रखें, अपने जीवनसाथी के प्रति ईमानदार रहें क्योंकि यदि आप किसी अन्य व्यक्ति में रुचि लेते हैं तो इस दौरान दांपत्य जीवन में तनाव बढ़ सकता है। आपके अंदर अधिक कामेच्छा उत्पन्न हो सकती है, जो आपको परेशानियों में डाल सकती है, इसलिए थोड़ा सतर्क रहें। इस दौरान व्यापार के सिलसिले में आपको जबरदस्त लाभ होने के योग बनेंगे। आप स्वास्थ्य समस्याओं से भी छुटकारा पा लेंगे। कोई पुरानी चली आ रही बीमारी से भी मुक्ति मिलेगी।
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मिथुन राशि (Gemini)
शुक्र आपकी राशि के छठे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। छठे भाव को विभिन्न प्रकार के संघर्षों का भाव भी कहा जाता है क्योंकि इस भाव से शारीरिक समस्याएं, उधार, कर्ज तथा शत्रुओं और विरोधियों के बारे में विचार किया जाता है। गोचर काल की यह अवधि स्वास्थ्य के लिहाज से आपके लिए अधिक नुकसानदायक साबित हो सकती है। ऐसे में बेहतर होगा कि इस दौरान आप अपनी सेहत का ख़ास ख्याल रखें। इस दौरान अचानक किसी यात्रा पर जानें का प्रोग्राम बनने से आपके ख़र्चों में वृद्धि हो सकती है। इस अवधि में महिला मित्रों के साथ अच्छे संबंध बनाकर रखें और उनका सम्मान करें, क्योंकि संभव है, कि किसी महिला की वजह से आपको मुसीबतों का सामना करना पड़ें, विवाहित जोड़ों को उनके जीवनसाथी की सेहत में गिरावट देखने को मिल सकती है। आपकी राशि के विद्यार्थियों के लिए यह गोचर अनुकूल रहेगा।
कर्क राशि (Cancer)
कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र आपकी राशि से पांचवें भाव में गोचर करेंगे। जातकों के लिए ये गोचर विभिन्न स्तरों पर लाभदायी साबित हो सकता है। इस दौरान आपको विभिन्न स्रोतों से लाभ मिलने की उम्मीद है। यदि आप किसी बिज़नेस से जुड़े हैं तो, उसमें आपको तरक्की मिल सकती है। हालांकि यदि आपका कोई बिज़नेस पार्टनर है तो, उससे संभलकर रहें। दूसरी तरफ नौकरीपेशा लोगों के लिए इस समय कार्य स्थल पर किसी लापरवाही के चलते कठिनाईओं का सामना करना पड़ सकता है। आपको इस दौरान विशेष मेहनत की आवश्यकता होगी तभी कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी। प्रेम जीवन के लिए गोचर का ये समय बेहद अनुकूल है। विवाहित जातकों को हर परिस्थिति में उनके जीवनसाथी का भरपूर साथ मिलेगा।
सिंह राशि (Leo)
सिंह राशि के जातकों के लिए शुक्र आपकी राशि से चौथे भाव में गोचर करेंगे। शुक्र का गोचर इस भाव में होने से आपकी सुख समृद्धि में बढ़ोतरी होगी। आपको विभिन्न माध्यमों से कुछ अच्छी सफलताएं प्राप्त होंगी। कार्यक्षेत्र की बात करें तो इस अवधि में काम के प्रति आपकी एकाग्रता बढ़ेगी और इसका परिणाम आपको सकारात्मक रूप से देखने को मिल सकता है। यदि आप किसी बिज़नेस से जुड़े हैं तो, आपके लिए इस गोचरकाल के दौरान अपने व्यापार में इज़ाफा करने का अच्छा अवसर है। इस समय आप अपने प्रयासों से अपनी निजी और पेशेवर जिंदगी को बेहतर बनाने का प्रयास करेंगे।
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कन्या राशि (Virgo)
शुक्र आपकी राशि के तीसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। इस दौरान आप अपने जीवन में अच्छी चीजों को प्राप्त करने के लिए अधिक मेहनत और प्रयास करेंगे। भाग्य का सम्पूर्ण साथ मिलेगा, भाग्य की प्रबलता के चलते आपके कई रुके हुए काम बनने लगेंगे, जिससे आर्थिक तौर पर भी लाभ होगा और सामाजिक दायरे में भी बढ़ोतरी होगी। इस दौरान आपके शत्रु आप पर हावी होने की कोशिश ज़रूर करेंगे लेकिन, अपनी सूझ-बूझ से आप उन्हें मात देने में कामयाब रहेंगे। आपकी सफलता की राह में बाधा बन रही सभी कठिनाईओं का अंत हो सकता है और आपको किस्मत का भरपूर साथ मिल सकता है। यदि आप विवाहित हैं तो आपके लिए, गोचर की ये अवधि खासतौर से कुछ ऐसे शुभ समाचार ला सकती है।
तुला राशि (Libra)
तुला राशि वालों के लिए शुक्र का प्रवेश दूसरे भाव में होगा। गोचर की ये अवधि आपके लिए खासतौर से बिज़नेस और कार्यक्षेत्र के लिहाज से विशेष फलदायी साबित हो सकती है। जहाँ एक तरफ कार्यक्षेत्र में आप अपनी मेहनत और लगन के बल पर अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहेंगे, वहीं दूसरी तरफ किसी मित्र के साथ साझेदारी में बिज़नेस की शुरुआत कर आप मुनाफ़ा कमा सकते हैं। यदि आप शादीशुदा हैं तो, बिज़नेस की शुरुआत में आपको अपने जीवनसाथी का साथ भी मिल सकता है। शुक्र का यह गोचर परिवार में लंबे समय से चले आ रहे तनाव से मुक्ति दिलाने में भी कारगर साबित होगा। इस समय आपको विभिन्न स्रोतों से धन लाभ हो सकता है।
वृश्चिक राशि (Scorpio)
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शुक्र का यह गोचर आपकी ही राशि में होने जा रहा है। शुक्र की उपस्थिति लग्न भाव में होने से आपके व्यक्तित्व में आकर्षण बढ़ेगा, जिसकी वजह से आप काफी प्रसन्न भी रहेंगे और अपने चारों ओर के लोगों के प्रति सहानुभूति और प्रेम की भावना महसूस करेंगे। इसका सकारात्मक असर आपके दांपत्य जीवन पर पड़ेगा और जीवन साथी से अंतरंग संबंधों में वृद्धि होगी। आपके बीच प्यार बढ़ेगा और दांपत्य जीवन के सुखों का आनंद लेंगे। कुछ लोगों को स्वास्थ्य में गिरावट का सामना करना पड़ सकता है।
धनु राशि (Sagittarius)
शुक्र आपकी राशि के बारहवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। इस दौरान कार्य स्थल पर आपके ऊपर काम का भार तो ज़रूर होगा लेकिन ये आपके भविष्य के लिए बेहतर साबित होगा। यदि आप बिज़नेस की शुरुआत करने की इच्छा रखते हैं तो, इस क्षेत्र में निवेश कर आप भरपूर लाभ उठा सकते हैं। बिज़नेस के सिलसिले में लंबी यात्रा पर जाना भी हो सकता है। इस गोचर की अवधि में आप धन का व्यय ज्यादा करेंगे जिससे आपकी आर्थिक स्थिति थोड़ी नाज़ुक बन सकती है। लिहाजा आर्थिक रूप से मजबूत रहने के लिए पैसों का खर्च सोच विचार कर करना ही आपके लिए फलदायी रहेगा।
मकर राशि (Capricorn)
मकर राशि वालों के लिए शुक्र का प्रवेश ग्यारहवें भाव में होगा। इस गोचर के दौरान आर्थिक रूप से आपको विभिन्न स्रोतों से लाभ मिलेगा। इसके परिणामस्वरूप आप जीवन में भौतिक सुखों का लाभ उठा पाएंगे। आपकी महत्वाकांक्षा पूरी होंगी, जिससे आपको हौसला भी मिलेगा। आपका समाज में सम्मान और सोशल दायरा भी बढ़ेगा तथा आपकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी। इस प्रकार यह गोचर आपके लिए बहुत ही फ़ायदेमंद साबित होगा। इस समय नौकरी और बिजनेस दोनों में ही सफलता के योग बनेंगे। कामकाज के लिए छोटी-मोटी यात्राएं भी करनी पड़ सकती हैं। मनोरंजन के मामलों में खर्च हो सकता है। भोग-विलासिता पूर्ण जीवन जीने की तरफ आपका झुकाव अधिक रहेगा।
कुंभ राशि (Aquarius)
शुक्र आपकी राशि के दशवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। इस दौरान व्यवसाय में मनोनुकूल सफलता मिलने के योग हैं। यदि आप नौकरी में बदलाव के बारे में सोच रहे हैं, तो यह समय आपके लिए अनुकूल सावित होगा। यदि आप किसी बिज़नेस से जुड़े हैं तो इस अवधि में आपको व्यापार में अच्छा ख़ासा मुनाफ़ा मिल सकता है। नौकरी में भी कुम्भ जातकों का प्रदर्शन सराहनीय रहेगा। आप अपने वरिष्ठ अधिकारियों की नजर में चढ़े रहेंगे, जिसकी वजह से आपको अनेक सुख सुविधाएँ आपके कार्यक्षेत्र में प्राप्त होंगी। भाग्य का पूरा साथ आपको मिलेगा।
मीन राशि (Pisces)
मीन राशि वालों के लिए शुक्र का प्रवेश नवमें भाव में होगा। शुक्र के इस गोचर के परिणाम स्वरूप आपको अचानक ही कुछ बड़े उतार-चढ़ाव अपने जीवन में महसूस होंगे, जिसमें से कुछ अच्छे भी होंगे और कुछ बुरे भी। इनमें आपको आर्थिक तौर पर कोई बड़ा लाभ हो सकता है, जो आपकी आर्थिक चुनौतियों को दूर करने में सक्षम साबित होगा। और वहीं आपके पिता को शारीरिक कष्ट भी इस समय काल में हो सकते हैं, जिसकी वजह से आप मानसिक तौर पर चिंतित रहेंगे। इस गोचरकाल में आपका रुझान विशेष रूप से आध्यात्मिक और धार्मिक कार्यों की तरफ ज्यादा रहेगा।